लड़कों और लड़कियों में इतनी अलग-अलग शारीरिक और मानसिक विशेषताएं होती हैं जो छोटे-छोटे ‘हार्मोन्स’ यानी शरीर के केमिकल संदेशवाहकों द्वारा होती है।
मुख्य हार्मोन:
लड़कों में मुख्य हार्मोन: टेस्टोस्टेरोन
लड़कियों में मुख्य हार्मोन: एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन
लड़कों में टेस्टोस्टेरोन की वजह से आवाज भारी होती है जबकि लड़कियों में एस्ट्रोजन व प्रोजेस्टेरोन स्तनों का विकास करते हैं।
लड़कों में शरीर में दाढ़ी-मूंछें, छाती व अंडरआर्म्स पर बाल आना शुरू होते हैं जबकि महिलाओं में अंडरआर्म्स व जननांगों के आस-पास बाल आना शुरू होते हैं।
लड़कों में मांसपेशियां बढ़ती हैं, कंधे चौड़े होते हैं जबकि महिलाओं में कूल्हे चौड़े होना, शरीर में फैट बढ़ना शुरू हो जाता है।
लड़कों में लंबाई में तेजी से वृद्धि होती है जबकि महिलाओं में मासिक धर्म (पीरियड्स) की शुरुआत होती है।
लड़कों में सेक्स ऑर्गन्स का विकास व जननशक्ति में इज़ाफा होता है और इनमें दिनभर में हार्मोन स्तर सुबह सबसे ज्यादा, रात में कम होता है।
महिलाओं का हार्मोनल चक्र लगभग 28 दिनों का, जिसमें चार मुख्य चरण होते हैं—फोलिकुलर, ओव्यूलेटरी, ल्यूटियल और पीरियड्स।
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