भोपाल गैस त्रासदी (Bhopal Gas Tragedy) के कुछ तथ्य
यह घटना 3 दिसंबर 1984 की मध्यरात्रि में भोपाल की यूनियन - कार्बाइड, इण्डिया लिमिटेड के कारखाने में दुर्घटनावश जहरीली गैस के रिसाव के कारण हुई थी।
इस घटना में कई लोगों की सोते हुए मौत हो गई जबकि कुछ असाध्य गंभीर बीमारियों का शिकार हो गए।
इस घटना में कारखानों से मिथाइल आइसो - सायनेट गैस का रिसाव हुआ था।
ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि इस संयंत्र से निकली गैसों में मिथाइल आइसो - सायनेट गैस के अलावा एक और बहुत ही विषैली गैस फॉस्जीन भी थी।
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