शिक्षा में मूल्यांकन के माध्यम से यह ज्ञात होता है कि शिक्षार्थी ने क्या प्राप्त किया और उससे वह कहाँ तक लाभान्वित हुआ है।

इससे शिक्षक को भी यह पता चलता है कि अपने शिक्षण द्वारा उसने शिक्षा के उद्देश्य को कहाँ तक प्राप्त किया है। शिक्षा में मूल्यांकन के कई शैक्षिक महत्व हैं जो इस प्रकार है :

मूल्यांकन के फलस्वरूप शिक्षक को छात्रों के वैयक्तिक, शैक्षिक और व्यावसायिक निर्देशन करने में सहायता प्राप्त होती है।

इसके द्वारा छात्रों की विशिष्ट योग्यताओं, क्षमताओं और कमजोरियों का ज्ञान प्राप्त होता है।

मूल्यांकन के द्वारा शिक्षकों को छात्रों का वर्गीकरण करने में सहायता प्राप्त होती है।

इसके द्वारा छात्रों को आत्म मूल्यांकन का अवसर प्राप्त होता है।

छात्रों की वैयक्तिक भिन्नता को ध्यान में रखते हुए शिक्षक को पाठ्यक्रम निर्माण और अन्य शैक्षिक कार्यक्रमों के आयोजन में सहायता प्राप्त होती है।

शिक्षा में अध्यापन और अधिगम प्रक्रिया के अंतर्गत मूल्यांकन का विशेष स्थान होता है।