जीवाणु कोशिका (Bacterial Cell) एक prokaryotic cell है। इसमें वास्तविक केंद्रक नहीं होता है।
कई जीवाणुओं के ऊपर कैप्सूल या स्लाइम परत होती है। जो कोशिका को सूखने से बचाती है।
कैप्सूल के नीचे कोशिका भित्ति होती है जो कोशिका को आकार और सुरक्षा प्रदान करती है।
इसमें एक अर्धपारगम्य कोशिका झिल्ली होती है जो यह नियंत्रित करती है कि कौन-सा पदार्थ कोशिका में प्रवेश करेगा और कौन सा नहीं।
कोशिका के अंदर जैली जैसा प्रदार्थ भरा होता है जिसे कोशिका द्रव्य (Cytoplasm) कहते हैं। इसमें सभी organelles बिखरे रहते हैं।
जीवाणु कोशिका में केन्द्रक नहीं होता है। इनमें आनुवंशिक पदार्थ एक गोलाकार DNA अणु के रूप में होता है। इसके साथ हिस्टोन प्रोटीन नहीं होते हैं।
राइबोसोम छोटे कण होते हैं जो प्रोटीन संश्लेषण करते हैं। ये प्रोटीन तथा RNA के बने होते हैं। जीवाणु कोशिका में राइबोसोम 70S type के होते है।
प्लाज्मिड छोटे, वृत्ताकार डीएनए अणु होते हैं। इनमें अक्सर एंटीबायोटिक प्रतिरोध जैसे लाभकारी जीन पाए जाते हैं।
कशाभिकाएँ लंबी, पतली संरचनाएँ होती हैं जो जीवाणु को गतिशील बनाती हैं। ये पोषक तत्वों की ओर या विष से दूर गति करने में मदद करती हैं।
Pili (पाइली) और Fimbriae (झालरिकाएँ) बालों जैसी संरचनाएँ हैं। झालरिकाएँ सतह से चिपकने में मदद करती हैं, जबकि सेक्स पाइलस आनुवंशिक पदार्थ के आदान-प्रदान में सहायक होता है।