Bhartiya Shikshanshala

विद्युत तथा परिपथ | अभ्यास कार्य – कक्षा 6 NCERT

पाठ 12 - विद्युत तथा परिपथ

- अभ्यास कार्य

1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

(क) एक युक्ति जो परिपथ को तोड़ने के लिए उपयोग की जाती है, ___ कहलाती है।

(ख) एक विद्युत्-सेल में ___ टर्मिनल होते हैं।

उत्तर:

(क) एक युक्ति जो परिपथ को तोड़ने के लिए उपयोग की जाती है, स्विच कहलाती है।

(ख) एक विद्युत्-सेल में दो टर्मिनल होते हैं।

2. निम्नलिखित कथनों पर 'सही' या 'गलत' का चिन्ह लगाइए।

(क) विद्युत्-धारा धातुओं से होकर प्रवाहित हो सकती है।

(ख) विद्युत्-परिपथ बनाने के लिए धातु के तारों के स्थान पर जूट की डोरी प्रयुक्त की जा सकती है।

(ग) विद्युत्-धारा थर्मोकोल की शीट से होकर प्रवाहित हो सकती है।

उत्तर

(क) विद्युत्-धारा धातुओं से होकर प्रवाहित हो सकती है। (सही)

(ख) विद्युत्-परिपथ बनाने के लिए धातु के तारों के स्थान पर जूट की डोरी प्रयुक्त की जा सकती है। (गलत)

(ग) विद्युत्-धारा थर्मोकोल की शीट से होकर प्रवाहित हो सकती है। (गलत)

3. व्याख्या कीजिए कि चित्र में दर्शाई गई व्यवस्था में बल्ब क्यों नहीं दीप्तिमान होता है?

विद्युत तथा परिपथ | अभ्यास कार्य - कक्षा 6 NCERT

उत्तर: बल्ब दीप्तिमान इसलिए नहीं होता है क्योंकि विद्युत परिपथ पूरा नहीं हो पाता है। इसके बीच में पेचकस रखा हुआ है जिसका एक सिर प्लास्टिक से ढका हुआ है। हम जानते हैं कि प्लास्टिक विद्युत रोधक होता है। अतः यहाँ विद्युत परिपथ पूरा नहीं हो पता है जिस कारण बल्ब दीप्तिमान नहीं होता है।

4. चित्र में दर्शाए गए आरेख को पूरा कीजिए और बताइए कि बल्ब को दीप्तिमान करने के लिए तारों के स्वतंत्र सिरों को किस प्रकार जोड़ना चाहिए?

उत्तर: बल्ब को दीप्तिमान करने के लिए एक तार को विद्युत सेल के धनात्मक सिरे से तथा दूसरे तार को बल्ब के निचले सिरे से जोड़ना होगा। इससे परिपथ पूरा हो जाएगा और बल्ब दीप्तिमान हो जाएगा।

5. विद्युत-स्विच को उपयोग करने का क्या प्रयोजन है? कुछ विद्युत-साधित्रों के नाम बताइए जिनमें स्विच उनके अंदर ही निर्मित होते हैं।

उत्तर: विद्युत्-स्विच का उपयोग विद्युत परिपथ को जोड़ने या तोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ऑटोमेटिक आयरन, वाशिंग मशीन, फ्रिज, पंखा आदि कुछ विद्युत्-साधित्रों के उदाहरण हैं।

6. चित्र में सुरक्षा पिन की जगह यदि रबड़ लगा दें तो क्या बल्ब दीप्तिमान होगा?

उत्तर: नहीं सुरक्षा पिन की जगह यदि रबड़ लगा दिया जाएगा तो बल्ब दीप्तिमान नहीं होगा क्योंकि रबर विद्युत का कुचालक होता है। अतः रबर में से विद्युत धारा प्रवाहित नहीं हो सकती है।

7. क्या चित्र में दिखाए गए परिपथ में बल्ब दीप्तिमान होगा?

उत्तर: हां, चित्र में दिखाए गए परिपथ में बल्ब दीप्तिमान होगा क्योंकि इसमें परिपथ पूरा है जिससे बल्ब को बैटरी से सीधे ऊर्जा मिलती है।

8. किसी वस्तु के साथ "चालक परीक्षित्र" का उपयोग करके यह देखा गया कि बल्ब दीप्तिमान होता है। क्या इस वस्तु का पदार्थ विद्युत-चालक है या विद्युत-रोधक? व्याख्या कीजिए।

उत्तर: जिस वस्तु के साथ चालक परीक्षित्र का उपयोग करके बल्ब को दीप्तिमान किया गया उस वस्तु का पदार्थ विद्युत चालक होगा। क्योंकि विद्युत चालक पदार्थ ही स्वयं में से विद्युत को गुजरने देता है जिस कारण बल्ब दीप्तिमान हुआ।

9. आपके घर में स्विच की मरम्मत करते समय विद्युत-मिस्तरी रबड़ के दस्ताने क्यों पहनता है? व्याख्या कीजिए।

उत्तर: घर में स्विच की मरम्मत करते समय विद्युत मिस्त्री रबड़ के दस्ताने पहनते हैं क्योंकि रबड़ विद्युत का कुचालक या विद्युत रोधक होता है। यह अपने में से विद्युत को प्रवाहित नहीं होने देता है इससे मरम्मत करते समय मिस्त्री को करंट लगने का खतरा नहीं होता है।

10. विद्युत-मिस्तरी द्वारा उपयोग किए जाने वाले औजार, जैसे पेचकस और प्लायर्स के हत्थों पर प्रायः प्लास्टिक या रबड़ के आवरण चढ़े होते हैं। क्या आप इसका कारण समझा सकते हैं?

उत्तर: विद्युत मिस्त्री द्वारा उपयोग किए जाने वाले औजार जैसे पेचकस और प्लायर्स के हत्थों पर प्लास्टिक या रबड़ का आवरण होता है क्योंकि प्लास्टिक और रबड़ एक विद्युत रोधक पदार्थ है। यह अपने अंदर से विद्युत धारा को प्रवाहित नहीं होने देता है जिस कारण विद्युत का कार्य करते समय मिस्त्री को करंट लगने का खतरा नहीं होता है।

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