पाठ 7- क्षेत्रीय संस्कृतियों का निर्माण
कक्षा 7 NCERT - अभ्यास कार्य (New Syllabus)
1. निम्नलिखित के सही जोड़े बनाइये:
अनंतवर्मन | केरल |
जगन्नाथ | बंगाल |
महोदयपुरम | उड़ीसा |
लीला तिलकम | कांगड़ा |
मंगलकाव्य | पुरी |
लघुचित्र | केरल |
उत्तर:
अनंतवर्मन | उड़ीसा |
जगन्नाथ | पुरी |
महोदयपुरम | केरल |
लीला तिलकम | केरल |
मंगलकाव्य | बंगाल |
लघुचित्र | कांगड़ा |
2. मणिप्रवालम् क्या है? इस भाषा में लिखी पुस्तक का नाम बताएँ।
उत्तर: मणिप्रवालम् एक शैली है। इसका शाब्दिक अर्थ है हीरा और मूँगा यह दो भाषण संस्कृति तथा क्षेत्रीय भाषा के साथ-साथ प्रयोग की ओर संकेत करता है। इस भाषा में लिखी गई एक पुस्तक का नाम है लीला तिलकम।
3. कत्थक के प्रमुख संरक्षक कौन थे?
उत्तर: कत्थक के प्रमुख संरक्षक मुगल बादशाह और अवध के अंतिम नवाब वाजिद अली शाह थे। इन के संरक्षण में यह आगे चलकर राजस्थान के राज दरबार और लखनऊ में फला फूला।
4. बंगाल के मंदिरों की स्थापत्यकला के महत्त्वपूर्ण लक्षण क्या हैं?
उत्तर: बंगाल के मंदिरों की स्थापत्यकला के महत्वपूर्ण लक्षण निम्नलिखित है:
- इसमें चार छतों वाली ढांचों में चार त्रिकोणीय छतें चार दीवारों पर रखी जाती है। यह तिर्यक रेखा या एक बिन्दु तक जाता है।
- यह मंदिर आमतौर पर वर्गाकार चबूतरे पर बनाए जाते थे।
- मंदिरों के अंदर कोई सजावट नहीं होती थी लेकिन कई मंदिरों की बाहरी दीवारें चित्रकारियों, सजावटी टाइलों आदि से सजी होती थी।
5. चारण-भाटों ने शूरवीरों की उपलब्धियों की उद्घोषणा क्यों की?
उत्तर: चारण-भाटों ने शूरवीरों की उपलब्धियों को काव्यों तथा गीतों के रूप में लोगों को गाकर सुनाते थे। उनसे यह आशा की जाती थी कि वह शूरवीरों के स्मृति को सुरक्षित रखेंगे और अन्य जनों को भी इनका अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
6. हम जनसाधारण की तुलना में शासकों के सांस्कृतिक रीति-रिवाजों के बारे में बहुत अधिक क्यों जानते हैं?
उत्तर: शासको के पास अपने सांस्कृतिक रीति रिवाज को संरक्षित करने के कई तरीके थे जबकि जनसाधारण के पास ऐसी कोई साधन नहीं थे कि वह अपने रीति रिवाज को किसी भी माध्यम से संरक्षित कर सकें। यही कारण है कि हमें शासको के सांस्कृतिक रीति रिवाजों के बारे में बहुत अधिक देखने को मिलता है।
7. विजेताओं ने पुरी स्थित जगन्नाथ के मंदिर पर नियंत्रण प्राप्त करने के प्रयत्न क्यों किए?
उत्तर: विजेताओं ने पूरी स्थित जगन्नाथ के मंदिर पर नियंत्रण प्राप्त करने के प्रयत्न इसलिए क्योंकि वे सब यह महसूस करते थे की मंदिर पर नियंत्रण प्राप्त करने से स्थानीय जनता में उनका शासन स्वीकार्य हो जाएगा।
8. बंगाल में मंदिर क्यों बनाए गए?
उत्तर: बंगाल में मंदिर उन व्यक्तियों या समूह द्वारा बनाए गए जो शक्तिशाली बन रहे थे। वे इसके माध्यम से अपनी शक्ति तथा भक्तिभाव का प्रदर्शन करना चाहते थे।