आच्छादित तथा अनाच्छादित तन्त्रिका तन्तु में आवेग संचरण में अन्तर 

आच्छादित तथा अनाच्छादित तन्त्रिका तन्तु में आवेग संचरण में अन्तर 

आच्छादित तन्त्रिका तन्त्र (Myelinate Nerve Fibre)अनाच्छादित तन्त्रिका तन्त्र (Non-myelinate Nerve Fibre)
1. तन्त्रिकाक्ष पर दो आच्छद होते हैं: 
(i) अन्तः मोटी माइलिन शीथ तथा
(ii) बाह्य पतली न्यूरिलेमा 
तन्त्रिकाक्ष केवल न्यूरिलेमा से ढका होता है।
2. इसका रंग सफेद होता है।यह ग्रे रंग का होता है।
3. इसमें रैन्वियर के नोड निश्चित अन्तराल पर मिलते हैं।इसमें रैन्वियर के नोड नहीं मिलते हैं।
4. केवल नोड पर ही बाह्य कोशिकीय द्रव सम्पर्क में आता है। बाह्य कोशिकीय द्रव ऐक्सॉन की पूरी लम्बाई में सम्पर्क में रहता है।
5. नोड पर ही वोल्टेज ग्रेटड आयन चैनल सम्पर्क में आते हैं। वोल्टेज ग्रेटड आयन चैनल पूरे ऐक्सॉन के सम्पर्क में रहते हैं।
6. इसमें आयन विनिमय केवल नोड पर होता है।इसमें आयन विनिमय पूर्ण सतह पर होता है।
7. यह तन्त्रिका आवेग को तीव्रता से ले जाते हैं।तन्त्रिका आवेग धीमे से चलता है।
8. एक्शन विभव नोड से नोड पर पहुँचता है।इसमें एक्शन विभव पूरे तन्त्रिकाक्ष पर फैलता है।
9. इसमें तन्त्रिका आवेग का वल्गी संचरण (saltatory transmission) होता है।तन्त्रिका आवेग वल्गी नहीं होता है।

Related article

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top