स्थिति, संरचना तथा कार्य के आधार पर पेशियाँ तीन प्रकार की होती हैं: अरेखित पेशी, रेखित पेशी, तथा हृद् पेशी। नीचे हम इन तीनों के बीच के अंतर के बारे में जानेंगे।
अरेखित पेशी (Unstriped Muscle) |
रेखित पेशी (Striped Muscle) |
हृद् पेशी (Cardiac Muscle) |
अरेखित पेशी आंन्तरांगों जैसे- आमाशय, मूत्राशय, जनन वाहिनियों तथा रुधिर वाहिनियों की दीवार में पाई जाती हैं। | रेखित पेशी अस्थियों के साथ जुड़ी रहती हैं और शरीर की पेशियों का अधिकांश भाग बनाती है। | हृद् पेशी हृदय की दीवार में पाई जाती हैं। |
यह पेशी कोशिकाएँ spindle- shaped होती हैं। कभी-कभी इनके सिरे द्विशाखित भी होते हैं। | पेशी कोशिकाएँ लम्बी व बेलनाकार होती हैं। इनका व्यास पूर्ण लम्बाई में समान रहता है तथा ये शाखित नहीं होती है। | पेशी कोशिकाएँ या पेशी तन्तु शाखान्वित होते हैं और परस्पर मिलकर एक जाल-सा बनाते हैं। |
इसमें पेशी तन्तु (Muscle fibres) 1/20 मिमी लम्बा तथा 1/60 मिमी मोटा होता है। | इनमें पेशी तन्तु 2-4 सेमी लम्बा तथा 10-30µ मोटा होता है। | इसके पेशी तन्तु 50-100µ लम्बे तथा 20µ मोटे होते हैं। |
पेशी तन्तु (पेशी कोशिकाएँ) एककेन्द्रकीय होते हैं और केन्द्रक कोशिका के बीचों-बीच चौड़े भाग में स्थित होता है। | पेशी तन्तु बहुकेन्द्रकीय होते हैं और केन्द्रक तन्तु के परिधीय भाग में सार्कोलेमा के ठीक नीचे स्थित होते हैं। | पेशी तन्तु एककेन्द्रकीय होते हैं और केन्द्रक कोशिका के लगभग मध्य में इन्टरकेलेटेड डिस्क के बीच होते हैं। |
इसमें केन्द्रक के चारों ओर का सार्कोप्लाज्म बहुत पतला होता है। | सार्कोप्लाज्म पेशी तन्तुओं या मायोफाइब्रिल्स के बीच भरा रहता है। | इसमें साकॉप्लाज्म पाया जाता है। |
इसमें उपस्थित सार्कोलेमा बहुत पतला होता है। | सार्कोलेमा स्पष्ट तथा अपेक्षाकृत मोटा होता है। | सार्कोलेमा स्पष्ट नहीं होता है। |
इसमें मायोफाइब्रिल्स बहुत छोटे व पतले होते हैं। | मायोफाइब्रिल्स अपेक्षाकृत मोटे तथा पेशी तन्तु की पूरी लम्बाई में फैले रहते हैं। | मायोफाइब्रिल्स रेखित पेशी के मायोफाइब्रिल्स के समान होते हैं। |
– | मायोफाइब्रिल्स धारीदार होते हैं और इस पर A तथा I-पट्टिकाएँ होती है। | समान |
– | मायोफाइब्रिल्स के बीच के खाली स्थान में सार्कोप्लाज्म भरा होता है, अतः प्रत्येक रेखित पेशी तन्तु में लम्बाई व चौड़ाई में लम्बवत् व अनुप्रस्थ धारियाँ दिखाई देती हैं। | समान |
पेशी कोशिकाओं में इन्टरकेलेटेड डिस्क (intercalated discs) नहीं होती हैं। | नहीं होता। | पेशी कोशिकाओं में इन्टरकेलेटेड डिस्क (intercalated discs) होती हैं। |
इनमें संकुचन धीरे-धीरे होता है। | इनमें संकुचन धीरे-धीरे किन्तु देर तक होता है। | संकुचन व शिथिलन-क्रमिक होता है और जीवनपर्यन्त होता रहता है। |
इनका संकुचन इच्छा के आधीन नहीं होता है। | इनका संकुचन इच्छा के आधीन होता है। | इनका संकुचन इच्छा के आधीन नहीं होता है। |
ये पेशियाँ स्वायत्त (autonomous) तन्त्रिका तन्त्र की तन्त्रिकाओं से सम्भरणित होती हैं। | ये केन्द्रीय तन्त्रिका तन्त्र की क्रेनियल तथा स्पाइनल तन्त्रिकाओं द्वारा सम्भरणित होती है। | हृद् पेशी सिम्पैथेटिक तथा पैरासिम्पैथेटिक तन्त्रिका तन्त्र से सम्बन्धित होती हैं। |