Ans. कोलेजन तन्तु, जालीय (reticular) तन्तु तथा इलास्टिक तन्तु।
Ans. वाल्टर कैनन (Walter Cannon)
Ans. हमारी देहगुहा को वक्षीय तथा उदरीय भागों में बाँटने वाली संरचना डायाफ्राम हैं।
Ans. हृद् पेशियाँ
Ans. पेरिकॉन्ड्रियम
Ans. कॉन्ड्रोसाइट्स
Ans. शेरिंगटन ने
Ans. मायोसिन तथा एक्टिन
Ans. देहगुहीय उपकला (पेरिटोनियम)
Ans. कन्डरा (टेन्डन) मुख्य रूप से कोलेजन तन्तुओं के बने होते हैं तथा कंकाल पेशियों को अस्थियों से जोड़ते हैं जबकि स्नायु (लिगामेन्ट) लचीले तन्तुओं के बने होते हैं और अस्थि को अस्थि से जोड़ने का काम करते हैं।
Ans. पदार्थों के निवेश तथा बहिर्वेश में सन्तुलन तथा शरीर के संचायक अंगों द्वारा
Ans. कंकाल पेशियों को अस्थियों से जोड़ना।
Ans. किसी तन्त्र का बाह्य वातावरण की परिवर्तनशील भौतिक व रासायनिक दशाओं में भी स्वयं को सामान्य अवस्था में बनाये रखना साम्यावस्था कहलाता है। वाल्टर कैनन ने इस शब्द का प्रयोग पारिभाषिक शब्द के रूप में किया था।
Ans. जीवों में परिवर्तनशील वातावरण में भी आन्तरिक स्वनियमन की प्रवृत्ति को समस्थापन कहते हैं।
Ans. वह तन्त्र जिसमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ऊर्जा का प्रवाह होता रहता है, जैसे भोजन के रूप में ऊर्जा का जीव तन्त्र में प्रवेश होना तथा ऊष्मा के रूप में ऊर्जा का मुक्त होना।
Ans. दो न्यूरॉन के बीच का जंक्शन स्थल को युग्मानुबन्धन या सिनैप्स कहते हैं।
Ans.
- ऐक्सॉन साइटॉन से निकला अपेक्षाकृत लम्बा, मोटा व बेलनाकार प्रवर्ध
- इसके प्रवर्ध के छोर पर सिनैप्टिक घुण्डियाँ होती है
- डेंड्राइट्स की घुण्डियों से सिनैप्स बनाती हैं
- कई ऐक्सॉन मिलकर तन्त्रिका तन्तु का निर्माण करते हैं।