शिक्षा में व्यक्तिगत भिन्नताओं का अध्ययन करना आवश्यक है। व्यक्तिगत भिन्नताओं का ज्ञान प्राप्त करने के लिए कई विधियों का प्रयोग किया जाता है। इनमें बुद्धि का मापन करने के लिए बुद्धि परीक्षणों का निर्माण किया गया।
बुद्धि परीक्षण से हमारा आशाय उन परीक्षणों से है जो बुद्धि-लब्धि (1.Q.) के रुप में केवल एक अंक के द्वारा व्यक्ति के सामान्य बौद्धिक स्तर एवं उसमें विद्यमान विभिन्न विशिष्ट योग्यताओं के सम्बंध में इंगित करता है।
बुद्धि परीक्षण की आवश्यकता
शिक्षा प्राप्त करने वाले बालकों की योग्यताओं में स्वाभाविक अंतर होता है। जिस कारण सभी का प्रगति स्तर भिन्न होता है। ऐसी दशा में शिक्षक के समक्ष एक जटिल समस्या आ जाती है। बुद्धि परीक्षा, बालकों में पाए जाने वाले अंतर का ज्ञान देकर उसकी समस्या – समाधान करने मदद करती है।
मानसिक आयु व बुद्धि-लब्धि (Mental age and IQ)
बुद्धि परीक्षण का आधार मानसिक एवं शारीरिक आयु के मध्य का सम्बंध है। बुद्धि परीक्षा के परिणाम बुद्धि-लब्धि द्वारा दिखाए जाते हैं। बुद्धि-लाब्ध मानसिक आयु के अभाव में मापी नहीं जा सकती है। अत:
1. मानसिक आयु का अर्थ
यह व्यक्ति या बालक की सामान्य मानसिक योग्यता बताती है।
2. बुद्धि-लब्धि का अर्थ
यह बालक की या व्यक्ति की सामान्य योग्यता के विकास की गति बताती है।
बुद्धि-लब्धि (I.Q.) = मानसिक आयु /जीवन या वास्तविक आयु × 100