NCERT कक्षा 6 की पुस्तक "जिज्ञासा"
पाठ - 5 लंबाई एवं गति का मापन
- अभ्यास कार्य
NCERT की कक्षा 6 के किताब “जिज्ञासा” के पाठ के द्वारा आप विज्ञान के अद्भुत संसार के बारे में जानेंगे। इस नए विषय “विज्ञान” के द्वारा आप अपने आस-पास के रोचक तथ्यों को जानने की ओर अग्रसर रहेंगे। हमारे आस पास जो भी घटनाएं हो रहीं है वह क्यों हो रही हैं उसे खोजने के लिए विज्ञान ही हमें प्रेरित करता हैं जैसे फूलों का खिलना, आकाश में तारों का चमकना, सेब का पेड़ से नीचे गिरना इत्यादि। यह सभी उदाहरण विज्ञान के अंतर्गत खोजे जाने वाले रहस्यों के उदाहरण में से एक हैं।
हम “लंबाई एवं गति का मापन “ पाठ का अध्ययन करने के बाद इससे सम्बंधित कुछ प्रश्नों को निकालेंगे और उनके उत्तर का वर्णन करेंगे।
स्तंभ I | स्तंभ II |
दिल्ली एवं लखनऊ के बीच की दूरी | सेंटीमीटर |
सिक्के की मोटाई | किलोमीटर |
रबड़ (इरेजर) की लंबाई | मीटर |
विद्यालय के मैदान की लंबाई | मिलीमीटर |
उत्तर:
स्तंभ I | स्तंभ II |
दिल्ली एवं लखनऊ के बीच की दूरी | किलोमीटर |
सिक्के की मोटाई | मिलीमीटर |
रबड़ (इरेजर) की लंबाई | सेंटीमीटर |
विद्यालय के मैदान की लंबाई | मीटर |
उत्तर-
उत्तर- (घ) बालिश्त लंबाई मापने का मानक मात्रक नहीं है।
उत्तर- घर एवं विद्यालय में उपलब्ध विभिन्न पैमाने अथवा मापन फीते के लिए न्यूनतम माप इस प्रकार हैं-
- मापन फीता – 1mm
- रूलर – 1mm
- स्केल – 1mm
उत्तर- विद्यालय एवं घर के बीच की दूरी है – 1.5km
उत्तर- बोतल के तल के वक्र भाग की लंबाई मापने पर 25 cm आई है।
- सरल रेखीय गति – सीधी सड़क पर चलती हुई कार, पेड़ से गिरता फल
- वृत्तीय गति – धागे के एक छोर पर रबर बांधकर उसे दूसरे छोर से पड़कर गोल – गोल घुमाना, गोल घूमता पंखा
- दोलन-गति – घड़ी का पेंडुलम, झूला।
लंबाई का उपयुक्त मात्रक | मापनीय वस्तु |
mm | |
cm | |
m |
उत्तर-
लंबाई का उपयुक्त मात्रक | मापनीय वस्तु |
mm | पेन की नोक |
cm | किताब, कॉपी, पेंसिल की लंबाई |
m | दरवाजा, कक्ष की ऊंचाई |
उत्तर- रोलर कोस्टर पर गेंद की गति के प्रकार और ट्रैक के संगत भागों की पहचान हमने तरीके से कर सकते है –
- रोलर कोस्टर में गेंद बिंदु ‘क‘ से ‘ख‘ तक सीधी रेखा में चलती है जिस कारण यहां गेंद की गति में सरल रेखीय गति होती है।
- इसके बाद गेंद बिंदु ‘ग‘ से होती हुई ‘घ‘ तथा ड़ तक जाती है। यह ट्रक का वह हिस्सा है जो गोल घुमावदार है अतः यहां गेंद में वृत्तीय गति होती है क्योंकि यह एक वर्तुलाकर पथ पर चल रही है।
- इसके बाद गेंद बिंदु ‘च‘ से होकर सीधी निकल जाती है यहां पर गेंद पुनः सरल रेखीय गति में आ जाती है।
उत्तर- तस्लीम को मीटर पैमाना बनाने के लिए किसी ऐसी सामग्री का इस्तेमाल करना चाहिए जोकि सटीक और स्थिर हो जिससे माप में कोई बदलाव न हो। लचीली रबर तथा कपड़े का इस्तेमाल मीटर के पैमाने को बनाने के लिए नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह दोनों लचीले होते हैं और एक सटीक और स्थिर माप नहीं दे सकते हैं।