Science

पादप वर्गिकी पर बहुविकल्पीय प्रश्न|In Hindi
Class 12 MCQs Science

पादप वर्गिकी पर बहुविकल्पीय प्रश्न|In Hindi

पादप वर्गिकीय वर्णन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाता है जैसे पौधे का habitat कैसा है, उसकी जड़, पत्तियां, तना तथा उसका पुष्पक्रम कैसा है क्योंकि सभी पौधे का यह सही चीजें अलग अलग होती हैं और विभिन्न प्रकार की होती हैं। पादप की वर्गिकी का वर्णन करते हुए कुछ बहुविकल्पीय प्रश्न नीचे […]

आवृतबीजी पौधों के वर्गीकरण पर बहुविकल्पीय प्रश्न|In Hindi
Class 12 MCQs Science

आवृतबीजी पौधों के वर्गीकरण पर बहुविकल्पीय प्रश्न|In Hindi

आवृतबीजी पौधों में निषेचन की क्रिया परागकण (pollen grain) के केन्द्रक से बने नर युग्मक (male gamete=sperm) व बीजाण्ड में स्थित अण्डकोशा (egg cell) के fusion द्वारा होती है, क्योंकि आवृतबीजी पौधों में बीजाण्ड (ovule), अण्डाशय (ovary) के अन्दर स्थित रहते हैं, इसलिए परागकण इनके सीधे सम्पर्क में नहीं आ सकते हैं। आवृतबीजी पौधे के

फलों और बीजों के प्रकीर्णन पर बहुविकल्पीय प्रश्न|In Hindi
Class 12 MCQs Science

फलों और बीजों के प्रकीर्णन पर बहुविकल्पीय प्रश्न|In Hindi

संसार के सभी फल तथा बीजधारी पौधों में फलों और बीजों का प्रकीर्णन होता है। यह प्रकीर्णन वायु द्वारा, जल द्वारा तथा जानवरों द्वारा होता है। इसके द्वारा फल और बीज पैतृक भूमि पर गिरकर अंकुरित हो जाते हैं और एक स्थान पर बहुत से एक ही प्रकार के पौधे अंकुरित और विकसित हो जाते

पौधों में भ्रूणीय विकास पर बहुविकल्पीय प्रश्न| in hindi
Class 12 MCQs Science

पौधों में भ्रूणीय विकास पर बहुविकल्पीय प्रश्न| in hindi

पौधों में निषेचन के बाद भ्रूणीय विकास होता है। यह विकास होते समय भ्रूण की प्रारंभिक अवस्था एकबीजपत्री पौधों तथा द्विबीजपत्रों दोनों पौधों में समान होती है लेकिन बाद इनमें काफी अंतर आ जाता है। पौधों में इसी भ्रूणीय विकास से सम्बंधित कुछ बहुविकल्पीय प्रश्न दिए गए हैं जिनके द्वारा आप इनके बारे में और

पुष्पी पादपों में लैंगिक प्रजनन पर बहुविकल्पीय प्रश्न |in Hindi
Class 12 MCQs Science

पुष्पी पादपों में लैंगिक प्रजनन पर बहुविकल्पीय प्रश्न |in Hindi

आवृतबीजी पौधों में लैंगिक प्रजनन की क्रिया पुष्पों द्वारा होती है। यह क्रिया परागकण (pollen grain) के केन्द्रक से बने नर युग्मक (male gamete) व बीजाण्ड में स्थित अण्डकोशा (egg cell) के मिलने से होती है। आवृतबीजी पौधों में बीजाण्ड (ovule), अण्डाशय (ovary) के अन्दर स्थित रहते हैं, इसलिए परागकण इनके सीधे सम्पर्क में नहीं

Multiple Choice Questions on Protozoa|in Hindi
Class 12 MCQs Phylum Science

Multiple Choice Questions on Protozoa|in Hindi

प्रोटोजोआ संघ (Phylum Protozoa) के जीव एककोशिकीय (Unicellular) होते हैं तथा इनका पूरा शरीर एक एकल यूकेरियोटिक कोशिका के समान होता है। इनकी रचना सरल होती है और सुगठित बहुकोशिकीय जन्तुओं के समान सभी प्रमुख जैव-क्रियाएँ करते हैं इसीलिए इन्हें अकोशिकीय (noncellular or acellular) जन्तु भी कहते हैं। इनकी लगभग 64,000 जातियाँ (लगभग 32,000 विद्यमान

Multiple Choice Questions on Chordata | in Hindi
Class 12 MCQs Phylum Science

Multiple Choice Questions on Chordata | in Hindi

कॉर्डेटा संघ (Phylum Chordata) के जंतुओं में शरीर को सहारा देने के लिए, एक लम्बी, लचीली व दृढ़ अन्तःकंकालीय (endoskeletal) मेरुदण्ड या नोटोकॉर्ड (notochord) होती है। यह मेरुदण्ड ही इस संघ के जीवों का एक मूल लक्षण होता है। इस संघ की लगभग 55 हजार जातियां विद्यमान हैं और 25 हजार विलुप्त जातियाँ ज्ञात हैं।

Multiple Choice Questions on Annelida | in Hindi
Class 12 MCQs Phylum Science

Multiple Choice Questions on Annelida | in Hindi

केंचुआ Annelida संघ का जीव है। सन् 1758 में लिनियस (Linnaeus) ने कोमल शरीर वाले सभी कृमियों को एक ही संघ-बर्मीस (Vermes) में रखा था। लेकिन बाद में लैमार्क (Lamarck, 1801) ने उच्च कृमियों के लिए संघ ऐनेलिडा की स्थापना की। इस संघ के जीवों का शरीर लम्बा, पतला व कोमल, कृमि जैसा होता है

Multiple Choice Questions on Aschelminthes|in Hindi
Class 12 MCQs Phylum Science

Multiple Choice Questions on Aschelminthes|in Hindi

Ascaris Aschelminthes संघ का जीव हैं। यह स्तनियों की आँत का एकपोषदीय (monogenetic) परजीवी (parasite) होता है। ऐस्कैरिस मनुष्य की छोटी आँत में रहता है। चिकनी मिट्टी और नम एवं ऊष्ण वातावरण वाले प्रदेशों में रहने वाले अधिकांश जनता इससे संक्रमित (infected) होती है। ऐस्कैरिस का शरीर लम्बा, पतला एवं नालवत् (tubular) होता है जो

Multiple Choice Questions on Platyhelminthes- Class 12 |in hindi
Class 12 MCQs Phylum Science

Multiple Choice Questions on Platyhelminthes- Class 12 |in hindi

“प्लैटीहेल्मिन्थीज (Platyhelminthes)” का अर्थ है “चपटे-कृमि” (flatworms) अर्थात इनका शरीर ऊपर-नीचे, अर्थात् पृष्ठ-अधर अक्ष (dorso-ventral axis) पर चपटा होता है। यह त्रिस्तरीय जंतु होते हैं। इन्हीं जंतुओं में अंगीय स्तर तथा द्विपार्श्वीय सममिति (Bilateral symmetry) वाले शरीर संघटन का आरम्भ होता है। यह प्रोटोस्टोमी जंतु होते हैं परन्तु इनमें देहगुहा नहीं होती हैं। इसके स्थान

Scroll to Top