युम्गित साहचर्य विधि (Memorization by Paired Association Method)B.Ed|hindi

युम्गित साहचर्य विधि (Memorization by Paired Association Method)B.Ed|hindi

प्रयोग का उद्देश्य

युग्मित साहचर्य विधि से याद करने की प्रक्रिया का अध्ययन करना। विषयी की स्मरण व धारण शक्ति का अध्ययन  करना।

आवश्यक सामग्री

मैट्रोनोम, पेंसिल, 16 कार्ड, रबड़

प्रारम्भिक तैयारी एवं सावधानियाँ

  1. मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला बड़ी और स्वच्छ होनी चाहिए।
  2. प्रयोगशाला में पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था हो तथा प्रयोगशाला में हवा के प्रवाह की समुचित व्यवस्था की गयी हो।
  3. प्रयोगशाला का वातावरण शांत है।
  4. विषयी के बैठने की समुचित व्यवस्था की गयी।
  5. मैट्रोनोम की जाँच की गयी तथा उसे प्रयोग के लिए तैयार किया

निर्देश

  1. विषयी को बताया गया कि उन्हें 16 कार्ड दिखाए जाएंगें जिसमें अर्थपूर्ण, अर्थहीन, तथा संख्याएँ लिखी है।
  2. विषयी को बताया गया कि कार्ड के एक तरफ युग्म में दो शब्द लिखें होगें तथा कार्ड के दूसरी तरफ इसी युग्म में से एक शब्द लिखा होगा।
  3. विषयी को बताया गया कि उसे प्रत्येक कार्ड 2 सेकेण्ड के लिए दिखाया जाएगा। पहले प्रत्येक कार्ड में एक तरफ लिखे शब्द युग्मों को एक – एक करके 2-2 सेकेण्ड के लिए दिखाया जाएगा ।
  4. एक बार सारे कार्ड दिखाने के बाद उसके दूसरे साइड पर लिखे एक शब्द को जोकि पहले दिखाए कार्ड के शब्द युग्म में से एक है, दिखाया जाएगा 2 सेकेण्ड के लिए।
  5. विषय को इस शब्द को देखकर इसके युग्म के दूसरे शब्द को याद करके बताना होगा। उनके सही व गलत उत्तरों का अंकन किया जाएगा।
  6. विषयी को तब तक कार्ड दिखाया जाएगा या ये प्रक्रिया, तब तक चलेगी जब तक विषयी सभी पदों का सही उत्तर न दें।

युम्गित साहचर्य विधि प्रयोग की प्रक्रिया

  1. विषयी को प्रयोग के लिए निर्देश दिया गया तथा यह सुनिश्चित किया गया कि विषयी को सभी निर्देश अच्छे से समझ आ गए या नहीं।
  2. यहाँ पर 16 कार्ड हैं जिनमें 4 कार्ड पर अर्थपूर्ण शब्दों का युग्म लिखा है तथा, 4 कार्ड पर अर्थपूर्ण तथा अर्थहीन शब्दों का युग्म लिखा है, 4 कार्ड पर अर्थहीन – अर्थहीन शब्दों का युग्म लिखा है तथा अंतिम 4 कार्डों पर अर्थपूर्ण – संख्याएँ लिखी हैं। तथा इन युग्मों के शब्दों में कोई संबंध नहीं होना चाहिए।
  3. मैट्रोनोम को 2 सेकेण्ड पर सेट किया गया। इस प्रकार प्रत्येक 2 सेकेण्ड के अंत में घण्टी बजती है।
  4. विषयी को सभी कार्ड दिखाए गए। हर 2 सेकेण्ड पर मेट्रोनोम की घण्टी की आवाज सुनकर कार्ड को लगातार बदलकर दिखाया गया।
  5. फिर कार्ड के दूसरे तरफ के शब्द को दिखाकर उससे उसके युग्म के दूसरे शब्द को याद करके बताने को कहा तथा उसके द्वारा दिए गए उत्तरों को एक निरीक्षण तालिका की सहायता से नोट किया।
  6. यह प्रक्रिया तब तक दोहरायी गयी जब तक विषयी ने सभी 16 कार्डों के शब्दों के सही उत्तर नहीं दे दिये।

युम्गित साहचर्य विधि pdf

शैक्षिक महत्व

अध्यापकों के लिए

छात्रों की स्मृति शक्ति जानने में सहायक

इस प्रयोग के द्वारा शिक्षक छात्रों की किसी चीज को याद करने की क्षमता को जान सकते हैं। वह यह भी जान सकते हैं कि विषयी किसी चीज को कितने समय तक याद रख सकता है तथा याद कर सकता है।

व्यैक्तिक भिन्नताओं को जानने में सहायक

प्रत्येक छात्र की स्मरण शक्ति एक समान नहीं होती है। अतः इस प्रयोग के द्वारा शिक्षक विभिन्न छात्रों की अलग- अलग स्मरण शक्ति को जान सकता है। इस प्रकार उसे व्यैक्तिक भिन्नताओं का ज्ञान हो सकता है। इस ज्ञान का प्रयोग करके वह छात्रों के लिए उपयुक्त शिक्षण विधि का चुनाव कर सकता है। जिससे छात्रों को कोई चीज अच्छे से समझ आ जाए।

शैक्षिक उपलब्धियों की वृद्धि में सहायक

युम्गित साहचर्य विधि के द्वारा शिक्षक प्रत्येक छात्र की स्मरण शक्ति का ज्ञान प्राप्त कर सकता है। इस ज्ञान के आधार पर वह उन शिक्षण विधियों का प्रयोग कर सकते है जो छात्रों के स्मरण स्तर की वृद्धि में सहायक सिद्ध हो सके। वह कुछ ऐसी गतिविधियों का आयोजन कर सकते हैं जिससे की छात्रों की स्मरण शक्ति तथा पुनः स्मरण की क्षमता का विकास हो सके।

उचित निर्देशन व परामर्श में सहायक

इस प्रयोग के द्वारा शिक्षक, छात्रों की स्मरण शक्ति की क्षमता का ज्ञान प्राप्त करके, उसकी सहायता से छात्रों को उचित निर्देशन व परामर्श दे सकते हैं। इसके द्वारा शिक्षक छात्रों को नयी विधियों द्वारा अपनी स्मृति या स्मरण शक्ति को बेहतर बनाने के लिए उचित परामर्श दे सकते है तथा उन्हें प्रोत्साहित कर सकते हैं।

छात्रों के वर्गीकरण में सहायक

इस प्रयोग के द्वारा शिक्षक, छात्रों को उनकी स्मरण शक्ति तथा पुनः स्मरण की क्षमता के अनुसार कई वर्गों में विभाजित कर ज्ञान प्रदान कर सकते हैं। इसके आधार पर शिक्षक छात्रों की क्षमताओं के आधार पर उनको ज्ञान प्रदान करते हैं।

छात्रों के परिणामों के सुधार में सहायक

इस प्रयोग द्वारा छात्रों के स्मृति स्तर का ज्ञान प्राप्त करके शिक्षक छात्रों को उनकी स्मरण क्षमताओं को और बेहतर बनाने में सहायता कर सकते है जो छात्रों की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने सहायता करता है। जिसके कारण उसके परिणामों में भी सुधार होता है।

छात्रों के लिए

छात्रों के स्मृति स्तर के सुधार में सहायक

इस प्रयोग के द्वारा छात्रों को स्वयं के स्मृति स्तर का ज्ञान हो जाता है तथा उचित परामर्श प्राप्त करता है कि वह कौन सी नयी विधि को अपनाकर अपने स्मृति स्तर को सुधार सकता है।

स्मरण करने में शब्द साहचर्य का उपयोग

कठिन शब्दों, तथ्यों तथा घटनाओं को याद करने के लिए छात्र शब्द साहचर्य विधि का प्रयोग कर सकते हैं। यह प्रयोग तथा विधि छात्रों को उनकी स्मरण क्षमता को बढ़ाने में सहायता करती है।

विषय के चयन में सहायक

स्वयं के स्मृति स्तर का ज्ञान प्राप्त करके छात्र सही विषयों का चुनाव कर सकते हैं जो कि उनके धारण व पुनः स्मरण की क्षमता के अनुकूल हो। छात्र उन विषयों को चुन सकते हैं जिनमें उनकी रुचि हो। अतः इस आधार पर वह किसी भी तथ्य को आसानी से तथा प्रभावी ढंग से स्मरण कर सकता है।

उपलब्धि स्तर को बढ़ाने में सहायक

इस प्रयोग के द्वारा छात्रों को स्वयं की धारण करने व पुनः स्मरण की क्षमता का ज्ञान हो जाता है। अतः वह प्रोग्रेसिवनयी विधि का प्रयोग अपने स्मृति स्तर को बढ़ाने के लिए कर सकता है। जो छात्रों को उनके उपलब्धि स्तर को बढ़ाने में सहायता प्रदान कर सकते हैं।

उचित व्यवसाय के चयन में सहायक

छात्र अपने स्मृति स्तर के आधार पर उचित व्यवसाय का चुनाव कर सकते हैं। जिसमें उनकी रुचि हो तथा जहाँ पर उन्हें नए अनुभव प्राप्त हों।

अभिभावकों के लिए

अपने बच्चों को निर्देशन व परामर्श देने में सहायक

अपने बच्चों के स्मृति स्तर का ज्ञान प्राप्त करके अभिभावक उन्हें नयी विधियों जैसे – पूर्ण व आंशिक विधि आदि को अपनाने के लिए परामर्श व निर्देशन दे सकते हैं जिससे कि उनके स्मृति स्तर में सुधार किया जा सके। वे उन्हें प्रोत्साहन दे सकते हैं कि वे उन विधियों या तरीकों का प्रयोग करें जिससे उनके पुनः स्मरण व धारण करने की क्षमता में सुधार हो सके ।

सुझाव

  1. विषयी को अपने स्मृति स्तर में सुधार करने के लिए समानता के नियम तथा शब्द साहचर्य नियम या विधि को अपनाना चाहिए।
  2. विषयी अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए अन्य विभिन्न प्रोग्रेसिव विधियों का प्रयोग कर सकती है।
  3. विषयी की स्मरण शक्ति अच्छी है। इस आधार पर वह विज्ञान, गणित, कम्प्यूटर, भाषा साहित्य आदि विषयों को चुन सकती है।
  4. विषयी अपनी रुचि के अनुसार शोधकार्य, शिक्षणकार्य, लेखक आदि व्यासायों का चुनाव कर सकती है।

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