पाठ 4 - वायु
कक्षा 7 - अभ्यास कार्य
1. निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) वायुमंडल क्या है?
उत्तर: हमारी पृथ्वी के चारों ओर वायु की घनी चादर घिरी रहती है इसे वायुमंडल कहते हैं।
(ख) वायुमंडल का अधिकतर भाग कौन सी दो गैसों से बना है?
उत्तर: वायुमंडल का अधिकतर भाग नाइट्रोजन तथा ऑक्सीजन गैस से मिलकर बना होता है।
(ग) वायुमंडल में कौन-सी गैस हरित गृह प्रभाव पैदा करती है?
उत्तर: वायुमंडल में उपस्थित कार्बन डाई आक्साइड हरित गृह प्रभाव पैदा करती है।
(घ) मौसम किसे कहते हैं?
उत्तर: मौसम वह होता है जिससे हमें वायुमंडल की प्रत्येक घंटे तथा दिन प्रतिदिन की स्थिति होती हैं।
(च) वर्षा के तीन प्रकार कौन से हैं?
उत्तर: वर्षा के तीन प्रकार निम्नलिखित है:
- संवहनी वर्षा
- पर्वतीय वर्षा
- चक्रवाती वर्षा
(छ) वायुदाब क्या है?
उत्तर: वायु के भार द्वारा पृथ्वी की सतह पर लगने वाले दाब को वायुदाब कहते हैं।
2. सही (✔) उत्तर चिह्नित कीजिए-
(क) निम्नलिखित में से कौन-सी गैस हमें सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाती हैं?
(i) कार्बन डाइऑक्साइड
(ii) नाइट्रोजन
(iii) ओजोन
उत्तर : (iii) ओजोन
(ख) वायुमंडल की सबसे महत्त्वपूर्ण परत है
(i) क्षोभमंडल
(ii) बाह्य वायुमंडल
(iii) मध्यमंडल
उत्तर : (i) क्षोभमंडल
(ग) वायुमंडल की निम्न परतों में कौन-सी बादल विहीन है?
(i) क्षोभमंडल
(ii) समताप मंडल
(iii) मध्यमंडल
उत्तर : (ii) समताप मंडल
(घ) वायुमंडल की परतों में जब हम ऊपर जाते हैं, तब वायुदाब
(i) बढ़ता है
(ii) घटता है
(iii) समान रहता है
उत्तर : (ii) घटता है
(च) जब वृष्टि तरल रूप में पृथ्वी पर आती है, उसे हम कहते हैं
(i) बादल
(ii) वर्षा
(iii) हिम
उत्तर: (ii) वर्षा
3. सही जोड़े बनाइए-
(क) व्यापारिक पवनें | (i) सूर्य से आने वाली ऊर्जा |
(ख) लू | (ii) मौसमी पवन |
(ग) मानसून | (iii) पवन की क्षैतिज गति |
(घ) पवन | (iv) ओजोन गैस की परत |
(v) स्थायी पवन | |
(vi) स्थानीय पवन |
उत्तर :
(क) व्यापारिक पवनें | (v) स्थायी पवन |
(ख) लू | (vi) स्थानीय पवन |
(ग) मानसून | (ii) मौसमी पवन |
(घ) पवन | (iii) पवन की क्षैतिज गति |
4. कारण बताइए -
(क) आर्द्र दिन में गीले कपड़े सूखने में अधिक समय लेते हैं।
(ख) भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाने पर आतपन की मात्रा घटती जाती है।
(क) आर्द्र दिनों में वायु में जलवाष्प की मात्रा अत्यधिक होती है जिससे कपड़ों को सूखने में अधिक समय लगता है।
(ख) भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाने पर आतपन की मात्रा घटती जाती है। इसका कारण यह है कि भूमध्य रेखा पर वर्षभर सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं, लेकिन जैसे-जैसे भूमध्यरेखा से उत्तर दक्षिण की ओर जाते हैं तो सूर्य की किरणें तिरछी पड़ने लगती हैं।