NCERT कक्षा 7 की हिंदी पाठ्य पुस्तक "वसंत भाग 2"
पाठ - 2 बस की यात्रा
- अभ्यास कार्य
NCERT की कक्षा 8 की हिंदी विषय की किताब “वसंत (VIII)” के सभी पाठों की कहानियों तथा कविताओं के अभ्यास कार्यों का वर्णन करेंगे और उसके प्रश्नों का उत्तर देंगे।
हम “बस की यात्रा” पाठ का अध्ययन करने के बाद इससे सम्बंधित कुछ प्रश्नों को निकालेंगे और उनके उत्तर का वर्णन करेंगे।
बस की यात्रा - प्रश्न-अभ्यास NCERT
कारण बताएँ
1. “मैंने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ़ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा।”
लेखक के मन में हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा क्यों जग गई?
उत्तर- लेखक के मन में बस कंपनी के हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा इसलिए जाग गई क्योंकि वह टायर की स्थिति से परिचित था लेकिन वह फिर भी बस को चलाने का साहस जुटा रहा था। कंपनी का हिस्सेदार अपनी पुरानी बस की खूब तारीफ कर रहा था। बस के प्रति उसकी इस भावना को देखकर लेखक के मन में उसके प्रति श्रद्धा का भाव जाग रहा था।
2. “लोगों ने सलाह दी कि समझदार आदमी इस शाम वाली बस से सफ़र नहीं करते।”
लोगों ने यह सलाह क्यों दी?
उत्तर– लोगों ने लेखक को यह सलाह इसलिए दी क्योंकि वे जानते थे की बस की हालत बहुत खराब है। बस का कोई भरोसा नहीं है कि यह कब और कहाँ रुक जाए या खराब हो जाये और शाम बीतते ही रात होने वाली थी। उन्हें रात रास्ते में कहाँ बितानी पड़ जाए, कुछ पता नहीं रहता। उनके अनुसार यह बस डाकिन की तरह थी।
3. “ऐसा जैसे सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं।”
लेखक को ऐसा क्यों लगा?
उत्तर- जब बस चालक ने इंजन स्टार्ट किया तब सारी बस झनझनाने लगी। लेखक को ऐसा प्रतीत हुआ कि पूरी बस ही इंजन है। मानो वह बस के भीतर नहीं इंजन के भीतर बैठे हुए हों।
4. “गजब हो गया। ऐसी बस अपने आप चलती है।”
लेखक को यह सुनकर हैरानी क्यों हुई?
उत्तर- बस की स्थिति को देखकर लेखक को आश्चर्य हुआ कि ऐसी बस अपने आप कैसे चल सकती है। देखने से लग नहीं रहा था कि बस चलती भी होगी परन्तु जब लेखक ने बस के हिस्सेदार से पूछा तो उसने कहा चलेगी ही नहीं, अपने आप चलेगी।
5. “मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था।”
लेखक पेड़ों को दुश्मन क्यों समझ रहा था?
उत्तर- लेखक पेड़ों को दुश्मन इसलिए समझ रहा था क्योंकि बस की अवस्था बहुत खराब थी। लेखक को डर लग रहा था कि कहीं उसकी बस किसी पेड़ से टकरा न जाए। एक पेड़ निकल जाने पर वह दूसरे पेड़ का इंतजार करता था कि बस कहीं इस पेड़ से न टकरा जाए।
पाठ से आगे
1. ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ किसके नेतृत्व में, किस उद्देश्य से तथा कब हुआ था? इतिहास की उपलब्ध पुस्तकों के आधार पर लिखिए।
उत्तर- सविनय अवजा आंदोलन’ महात्मा गाँधी के नेतृत्व में 1930 में अंग्रेजी सरकार से असहयोग करने के लिए तथा पूर्ण स्वाधीनता प्राप्त करने के लिए किया गया था।
2. सविनय अवज्ञा का उपयोग व्यंग्यकार ने किस रूप में किया है? लिखिए।
उत्तर- ‘सविनय अवज्ञा आदोलन’ 1930 में सरकारी आदेशों का पालन न करने के लिए किया था। इसमें अंग्रेजी सरकार के साथ सहयोग न करने की भावना थी। लेखक ने ‘सविनय अवज्ञा का उपयोग बस के सन्दर्भ में किया है। वह बताते है कि बस विनय पूर्वक अपने मालिक व यात्रियों से उसे स्वतंत्र करने का अनुरोध कर रही है।
भाषा की बात
1. बस, वश, बस तीन शब्द हैं- इनमें बस सवारी के अर्थ में, वश अधीनता के अर्थ में, और बस पर्याप्त (काफी) के अर्थ में प्रयुक्त होता है. जैसे-बस से चलना होगा। मेरे वश में नहीं है। अब बस करो।
उपर्युक्त वाक्यों के समान वश और बस शब्द से दो-दो वाक्य बनाइए।
उत्तर-
- वश– आज-कल के बच्चे किसी के वश में नहीं रहते हैं।
- वश– कोई क्या करता है यह हमारे वश में नहीं है।
- बस– बस बहुत हुआ अब कुछ नहीं हो सकता।
- बस– बस करो, मेरे लिए इतना काफी है।
2. “हम पाँच मित्रों ने तय किया कि शाम चार बजे की बस से चलें। पन्ना से इसी कंपनी की बस सतना के लिए घंटे भर बाद मिलती है।”
ऊपर दिए गए वाक्यों में ने, की, से आदि वाक्य के दो शब्दों के बीच संबंध स्थापित कर रहे हैं। ऐसे शब्दों को कारक कहते हैं। इसी तरह दो वाक्यों को एक साथ जोड़ने के लिए ‘कि’ का प्रयोग होता है।
कहानी में से दोनों प्रकार के चार वाक्यों को चुनिए।
उत्तर– कारक शब्द से निर्मित वाक्य –
1. यह समझ में नहीं आता कि सीट पर हम बैठे हैं या सीट हम पर बैठी है।
2. यह बस नई नवेली बसों से ज्यादा विश्वसनीय है।
3. यह बस पूजा के योग्य थी।
4. बस कंपनी के एक हिस्सेदार भी उसी बस में जा रहे थे।
3. “हम फ़ौरन खिड़की से दूर सरक गए। चाँदनी में रास्ता टटोलकर वह रेंग रही थी।”
दिए गए वाक्यों में आई ‘सरकना’ और ‘रंगना’ जैसी क्रियाएँ दो प्रकार की गतियाँ दर्शाती हैं। ऐसी कुछ और क्रियाएँ एकत्र कीजिए जो गति के लिए प्रयुक्त होती हैं. जैसे घूमना इत्यादि। उन्हें वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
उत्तर- टहलना– मुझे अकेले टहलना अच्छा लगता है।
चलना– यहां से कुछ दूर तक हमें चलना होगा।
4. “काँच बहुत कम बचे थे। जो बचे थे, उनसे हमें बचना था।”
इस वाक्य में ‘बच’ शब्द को दो तरह से प्रयोग किया गया है। एक ‘शेष’ के अर्थ में और दूसरा ‘सुरक्षा’ के अर्थ में।
नीचे दिए गए शब्दों को वाक्यों में प्रयोग करके देखिए। ध्यान रहे, एक ही शब्द वाक्य में दो बार आना चाहिए और शब्दों के अर्थ में कुछ बदलाव होना चाहिए।
(क) जल (ख) हार
उत्तर- (क) जल– ठंड में ज्यादा गर्म जल से नहीं नहाना चाहिए नहीं तो हम जल सकते हैं।
(ख) हार– प्रतियोगिता में जो जीत गया उसे फूलों का हार मिलेगा और जो हार गया वह प्रतियोगिता से बाहर हो जाएगा।
5. बोलचाल में प्रचलित अंग्रेजी शब्द ‘फर्स्ट क्लास’ में दो शब्द हैं- फर्स्ट और क्लास। यहाँ क्लास का विशेषण है फर्स्ट। चूँकि फर्स्ट संख्या है, फर्स्ट क्लास संख्यावाचक विशेषण का उदाहरण है। ‘महान आदमी’ में किसी आदमी की विशेषता है महान। यह गुणवाचक विशेषण है। संख्यावाचक विशेषण और गुणवाचक विशेषण के दो-दो उदाहरण खोजकर लिखिए।
उत्तर-
- संख्यावाचक विशेषण– चार, आठ, दस
- गुणवाचक विशेषण– चाँदनीरात, समझदार आदमी


