B.Ed. Sem 3- Unit 3 notes
B.Ed. के द्वि-वर्षीय पाठ्यक्रम के तृतीय सेमेस्टर के विषय शिक्षा में मापन तथा मूल्यांकन (Measurement and Evaluation in Education) के सभी Unit के कुछ महत्वपुर्ण प्रश्नों का वर्णन यहाँ किया गया है।
सृजनात्मकता और बुद्धि का सम्बन्ध (Relationship between Creativity and Intelligence)
सृजनात्मकता और बुद्धि में क्या सम्बन्ध है? इस सम्बन्ध में मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि सृजनात्मकता एवं प्रतिभा एक वस्तु नहीं है। प्रायः यह देखा जाता है कि सृजनात्मक व्यक्ति प्रतिभावान होते हैं परन्तु ऐसा सदैव नहीं होता। यह भी पाया गया है कि उच्च बुद्धि-लब्धि (I.Q.) के व्यक्ति सृजनात्मकता के क्षेत्र में नीचे देखे गये। मनोवैज्ञानिक गेटजल और जैक्सन ने सृजनात्मकता और बुद्धि के सम्बन्ध को ज्ञात करने हेतु सृजनात्मक बालक तथा उच्च बुद्धि-लब्धि के सृजनात्मक बालक का परीक्षण किया। इस परीक्षण में उसने यह पाया कि उच्च बुद्धि-लब्धि के सृजनात्मक बालकों की अपेक्षा सृजनात्मक बालक अधिक स्वावलम्बी, अधिक कल्पनाशील और अधिकारियों के प्रति कम आदर-भाव रखने वाले होते हैं।
कुछ मनोवैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययनों से यह ज्ञात हुआ कि यह आवश्यक नहीं है कि सृजनशील व्यक्ति अधिक बुद्धिमान हो। हाईस्कूल के विद्यार्थियों पर गेटजल और जैक्सन द्वारा किए गए अध्ययन में, जिसमें उच्च सृजनशील औसत बुद्धि-लब्धि वाले बालक और उच्च बुद्धि-लब्धि के बालक थे, ज्ञानार्जन में समान पाये गये और उच्च बुद्धि वाले बालकों का समूह शिक्षकों द्वारा कक्षा में अधिक पसन्द किया जाता था। इन दोनों समूहों में से सृजनशील ने हँसी-मजाक के गुण को क्रम में दूसरा स्थान दिया जबकि उच्च बुद्धि-लब्धि (I. Q.) के समूह ने इसे सबसे नीचा स्थान दिया।
टोरेन्स द्वारा इस प्रकार किए गए अध्ययन में बुद्धि-लब्धि (I. Q.) और सृजनशीलता में निम्न सह सम्बन्ध (Low Correlation) पाया गया, परन्तु यह भी पाया गया कि उच्च सृजनशील विद्यार्थी निम्न सृजनशील विद्यार्थी से ज्ञानार्जन अथवा उपलब्धि परीक्षा में उच्च होते हैं।
अनेकानेक मनोवैज्ञानिकों का विचार है कि सृजनशील परीक्षणों द्वारा मापी जाने वाली सृजनशीलता बुद्धि से स्वतन्त्र होती है और जो शिक्षक द्वारा मूल्यांकन की जाती है वह बुद्धि से सम्बन्धित होती है। इस तरह शैक्षिक दृष्टि से सृजनशीलता एवं ज्ञानोपार्जन में सम्बन्ध दिखलाई देता है।
सृजनात्मकता और बुद्धि में अन्तर (Difference between Creativity and Intelligence)
सृजनात्मकता और बुद्धि में कुछ समानताएँ दिखलाई देने के फलस्वरूप यह भ्रम होता है कि दोनों में समानता है। दोनों एक प्रकार की बौद्धिक क्षमताएँ हैं तथा व्यक्ति के सभी व्यवहारों में परिलक्षित होती हैं। दोनों ही जन्मजात हैं तथा दोनों का व्यक्तित्व निर्माण में प्रभाव पड़ता है। दोनों के अन्तर्गत समानता के कुछ बिन्दु होते हुए भी उनमें मूलभूत अन्तर हैं जिसे यहाँ स्पष्ट किया जा रहा है-
सृजनात्मकता | बुद्धि |
1. सृजनात्मकता नवीन प्रकार के कार्य करने की क्षमता और शक्ति है। | 1. बुद्धि किसी समस्या का सम्पूर्ण हल प्राप्त करने की क्षमता है। |
2. यह तभी सार्थक मानी जाती है जब वह गुण समाज में स्वीकृत हो। | 2. यह व्यक्ति विशेष में एक विशेष गुण के रूप में पाई जाती है। |
3. सृजनात्मकता की मात्रा विभिन्न विकासात्मक अवस्था में भिन्न-भिन्न होती है। | 3. विभिन्न विकासात्मक अवस्था में बुद्धि-लब्धि एक जैसी रहती है। |
4. सृजनात्मकता पर वातावरण, अधिगम और अभिवृद्धि का प्रभाव पड़ सकता है। | 4. बुद्धि पर वातावरण, अधिगम और अभिवृद्धि का प्रभाव नहीं पड़ता है। |
5. सृजनात्मकता का विकास निरन्तर हो सकता है। | 5. प्रायः यह देखा जाता है कि बुद्धि का विकास नहीं होता परन्तु विशिष्ट उपायों से उसे थोड़ी मात्रा में बढ़ाया जा सकता है। |
6. सृजनात्मकता का विभाजन निर्माणात्मक, ध्वंसात्मक रूप में किया जाता है। | 6. बुद्धि का विभाजन बुद्धि-लब्धि के आधार पर औसत से कम, औसत और औसत से अधिक के रूप में किया जाता है। |
7. अधिक सृजनशील व्यक्ति अधिक अथवा कम बुद्धि वाला भी हो सकता है। | 7. कम बुद्धि वाला व्यक्ति सृजनशील हो सकता है। |
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