NCERT कक्षा 6 की पुस्तक "जिज्ञासा"
पाठ - 7 ताप एवं उसका मापन
- अभ्यास कार्य
NCERT की कक्षा 6 के किताब “जिज्ञासा” के पाठ के द्वारा आप विज्ञान के अद्भुत संसार के बारे में जानेंगे। इस नए विषय “विज्ञान” के द्वारा आप अपने आस-पास के रोचक तथ्यों को जानने की ओर अग्रसर रहेंगे। हमारे आस पास जो भी घटनाएं हो रहीं है वह क्यों हो रही हैं उसे खोजने के लिए विज्ञान ही हमें प्रेरित करता हैं जैसे फूलों का खिलना, आकाश में तारों का चमकना, सेब का पेड़ से नीचे गिरना इत्यादि। यह सभी उदाहरण विज्ञान के अंतर्गत खोजे जाने वाले रहस्यों के उदाहरण में से एक हैं।
हम “ताप एवं उसका मापन” पाठ का अध्ययन करने के बाद इससे सम्बंधित कुछ प्रश्नों को निकालेंगे और उनके उत्तर का वर्णन करेंगे।
1. किसी स्वस्थ मानव शरीर का सामान्य ताप लगभग ……. होता है।
(क) 98.6 °C
(ख) 37.0°C
(ग) 32.0 °C
(घ) 27.0°C
Ans (ख) 37.0°C
2. 37°C के समान ताप है-
(क) 97.4 °F
(ख) 97.6 °F
(ग) 98.4 °F
(घ) 98.6 °F
(घ) 98.6 °F ans
3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) किसी निकाय की गरमाहट अथवा ठंडापन उसके ….. से निर्धारित की जाती है।
(ख) हिमशीत जल का ताप ….. तापमापी द्वारा नहीं मापा जा सकता है।
(ग) ताप का मात्रक डिग्री ….. है।
उत्तर-
(क) किसी निकाय की गरमाहट अथवा ठंडापन उसके ताप से निर्धारित की जाती है।
(ख) हिमशीत जल का ताप डॉक्टरी तापमापी द्वारा नहीं मापा जा सकता है।
(ग) ताप का मात्रक डिग्री सेल्सियस है।
4. प्रायः प्रयोगशाला तापमापी की मापन सीमा होती है-
(क) 10 °C से 100 °C
(ख) -10 °C से 110 °C
(ग) 32 °C से 45 °C
(घ) 35 °C से 42 °C
उत्तर- (ख) -10 °C से 110 °C
5. जल का ताप मापने के लिए चार विद्यार्थियों ने प्रयोगशाला तापमापी का उपयोग चित्र 7.6 में दर्शाए अनुसार किया।
किस विद्यार्थी ने ताप मापन के लिए सही प्रक्रिया अपनाई?
(क) विद्यार्थी 1
(ख) विद्यार्थी 2
(ग) विद्यार्थी 3
(घ) विद्यार्थी 4
उत्तर – दूसरे नंबर के विद्यार्थी ने ताप मापन के लिए सही प्रक्रिया अपनाई है। विद्यार्थी ने तापमापी को बीकर के बीच में लटका रखा है और वह बीकर की दीवार को भी स्पर्श नहीं कर रहा है जिससे वह जल के सटीक ताप को माप सकता है।
6. किताब में दिए गए तापमानों को तापमापियों (चित्र 7.7) के आरेखों पर स्तंभों में लाल रंग भरकर दर्शाइए।
उत्तर – छात्र स्वयं करें।
7. किताब में दर्शाए गए तापमापी के भाग का अवलोकन कीजिए और निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) यह किस प्रकार का तापमापी है?
(ख) तापमापी का पाठ्यांक क्या है?
(ग) इस तापमापी द्वारा मापा जा सकने वाला न्यूनतम मान क्या है?
उत्तर –
(क) प्रयोगशाला तापमापी
(ख) तापमापी का पाठ्यांक – 26.0°C
(ग) न्यूनतम मान: -10°C
8. प्रयोगशाला तापमापी हमारे शरीर के ताप को मापने के लिए उपयोग में क्यों नहीं लाया जाता है? इसका एक कारण दीजिए।
दिन | पूर्वाह्न 7 बजे तापमान | पूर्वाह्न 10 बजे तापमान | अपराह्न 1 बजे तापमान | अपराह्न 4 बजे तापमान | सायं 7 बजे तापमान | रात्रि 10 बजे तापमान |
पहला | 38.0 °C | 37.8 °C | 38.0 °C | 38.0°C | 40.0 °C | 39.0 °C |
दूसरा | 38.6 °C | 38.8 °C | 39.0°C | 39.0°C | 39.0°C | 38.0 °C |
तीसरा | 37.6°C | 37.4°C | 37.2°C | 37.0°C | 36.8°C | 36.6 °C |
(क) वैष्णवी का अंकित किया गया अधिकतम ताप क्या था?
(ख) किस दिन और किस समय पर वैष्णवी का अधिकतम ताप अंकित किया गया था?
(ग) किस दिन वैष्णवी का ताप सामान्य हो गया?
उत्तर –
(क) वैष्णवी का अंकित किया गया अधिकतम ताप 40.0°C था।
(ख) पहले दिन और सांय 7 बजे वैष्णवी का अधिकतम ताप अंकित किया गया था।
(ग) तीसरे दिन वैष्णवी का ताप सामान्य हो गया।
10. यदि आपको 22.5 °C ताप मापना है तो नीचे दर्शाए गए तापमापियों में से कौन-सा तापमापी उपयोग में लाएँगे? व्याख्या कीजिए।
उत्तर – 22.5 °C का ताप मापने के लिए हम नीचे दिए गए थर्मामीटर में से दूसरे नंबर वाले थर्मामीटर का प्रयोग करेंगे। क्योंकि इसमें सबसे छोटे अर्थात महीन विभाजन हैं जिससे इस थर्मामीटर में 22.5 °C का ताप मापना आसान रहेगा।
11. किताब में दिखाए गए तापमापी में दर्शाया गया ताप है-
(क) 28.0°C
(ख) 27.5 °C
(ग) 26.5 °C
(घ) 25.3 °C
उत्तर – (ख) 27.5 °C ans
12. किसी प्रयोगशाला तापमापी पर 0 °C और 100°C के मध्य 50 भाग हैं। इस तापमापी का प्रत्येक भाग कितना ताप मापता है?
उत्तर – प्रयोगशाला तापमापी पर 0 °C और 100°C के मध्य 50 भाग हैं। इस तापमापी का प्रत्येक भाग 2°C ताप मापता है।
13. किसी तापमापी का स्केल बनाइए जिसमें न्यूनतम भाग 0.5°C ताप मापता है। आप केवल 10 °C और 20 °C के बीच के भाग को दर्शा सकते हैं।
उत्तर – छात्र स्वयं करें।
14. कोई आपको बताता है कि उसे 101 डिग्री ज्वर है। क्या उसका तात्पर्य सेल्सियस स्केल से है अथवा फारेनहाइट स्केल से है?
उत्तर – यदि किसी को 101 डिग्री ज्वार है तो उसका तात्पर्य फारेनहाइट स्केल से होता है क्योंकि 101 डिग्री फारेनहाइट को सेल्सियस में बदलने पर यह लगभग 38 डिग्री सेल्सियस होता है जो मुख्यतः बुखार के लक्षण होते हैं।